शनिवार, 23 अगस्त 2025

कटनी पहुंचते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का 5 किमी लंबे रोड-शो में आत्मीय स्वागत

कटनी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का शनिवार को कटनी हेलीपैड से माइनिंग कॉन्क्लेव स्थल तक लगभग 5 किलोमीटर लंबे भव्य रोड-शो के दौरान नागरिकों ने आत्मीय स्वागत किया। पूरे मार्ग पर पुष्पवर्षा हुई और जगह-जगह सामाजिक संगठनों, व्यापारी वर्ग, कर्मचारी संघों और नागरिकों ने गर्मजोशी से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।


मुख्यमंत्री ने भी व्यस्त कार्यक्रम के बीच आमजन के बीच पहुँचकर हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। रोड-शो के दौरान 19 स्थानों पर स्वागत मंच लगाए गए थे। कटनी लाइट एसोसिएशन, जिला ओलंपिक संघ, मेडिकल एसोसिएशन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आजीविका मिशन, मत्स्य एवं कृषि विभाग सहित अनेक संगठनों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर लाड़ली बहनों ने “प्यारे भैया मुख्यमंत्री” कहकर आत्मीयता जताई।

इन स्थानों पर हुआ स्वागत

मुख्यमंत्री का स्वागत पुलिस लाइन पेट्रोल पंप, दद्दा धाम, झिंझरी, हनुमान मंदिर चौकी, बिलहरी मोड़, जिला पंचायत कार्यालय गेट, कलेक्ट्रेट गेट, काली मंदिर और दिव्यांचल मैरिज गार्डन सहित कई प्रमुख स्थानों पर किया गया।


शुक्रवार, 22 अगस्त 2025

“खनिज जनता की संपदा है, माफियाओं की नहीं” – कांग्रेस अध्यक्ष ने माइनिंग कॉन्क्लेव पर उठाए सवाल , सीएम को लिखा पत्र !

भोपाल/कटनी। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर प्रदेश में अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कटनी में 23 अगस्त को आयोजित होने जा रहे माइनिंग कॉन्क्लेव पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश की खनिज संपदा के सतत एवं पारदर्शी उपयोग के लिए है या फिर खनन माफियाओं को खुला मंच देने के लिए?

पटवारी ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश आज अवैध खनन और उससे जुड़े अपराधों के लिए बदनाम हो चुका है। कई पुलिस और वन अधिकारियों ने खनन माफियाओं का विरोध करते हुए अपनी जान तक गंवाई है, लेकिन सरकार माफियाओं पर नकेल कसने में नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि कई भाजपा नेताओं पर खुद खनन माफियाओं से संबंध रखने और संरक्षण देने के आरोप हैं।


पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल उठाए –

  • कितने खनन माफिया जेल में हैं और किन्हें सत्ता-संगठन का संरक्षण प्राप्त है?
  • जिन अधिकारियों ने माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित क्यों नहीं की गई?
  • क्या सरकार इस कॉन्क्लेव में माफियाओं पर कार्रवाई का रोडमैप पेश करेगी?

पटवारी ने कहा कि खनिज संपदा जनता की है, माफियाओं की नहीं। सरकार को चाहिए कि अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाकर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करे।

कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की –

  1. अवैध खनन पर लगाम कसने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाई जाए।
  2. माफियाओं से जुड़े राजनीतिक संरक्षण का खुलासा किया जाए।
  3. जब तक माफियातंत्र पर अंकुश न लगे, तब तक भव्य आयोजनों में जनता के धन की बर्बादी बंद की जाए।

पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को भेजी गई है।

यह मुद्दा अब माइनिंग कॉन्क्लेव से पहले प्रदेश की राजनीति में गरमा गया है 


युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने सीएम से मिलने के लिए लिखा पत्र, 2000 करोड़ के राजस्व की वसूली का मामला उठाया

कटनी। कटनी में 23 अगस्त को होने वाले माइनिंग कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शामिल होने से पहले युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अंशु मिश्रा ने उनसे मिलने के लिए एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने दावा किया है कि वे ऐसे दस्तावेज और तथ्य सौंपना चाहते हैं, जिनसे सरकार को करीब 2000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिल सकता है।

पत्र में क्या है?

अंशु मिश्रा ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि विधायक संजय पाठक से जुड़ी तीन कंपनियाँ—आनंद माइनिंग कॉर्पोरेशन, निर्मला मिनरल्स और पैसिफिक एक्सपोर्ट—ने जबलपुर जिले में नियमों का उल्लंघन कर बड़े पैमाने पर खनन किया है। पत्र के अनुसार, विधानसभा में दिए गए एक जवाब के मुताबिक, इन कंपनियों से 443.04 करोड़ रुपये की बकाया राशि (जीएसटी सहित) वसूली जानी है।

मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद यह राशि 31 दिसंबर 2017 तक जमा नहीं की गई। उनका दावा है कि मूल बकाया राशि, उस पर लगने वाला जीएसटी, और 1 जनवरी 2018 से लेकर अब तक का कंपाउंडिंग इंटरेस्ट जोड़ने पर यह राशि बढ़कर लगभग 2000 करोड़ रुपये हो जाएगी।

अन्य आरोप और मांग

पत्र में कटनी और उमरिया जिले में रेत के अवैध खनन का भी जिक्र है। अंशु मिश्रा ने बताया कि उनके पास इस मामले से जुड़े कई प्रमाणित सबूत और पेन ड्राइव में जानकारी उपलब्ध है, जिसे वे मुख्यमंत्री को सौंपना चाहते हैं।

युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय मांगा है, ताकि वह अपने साथ माइनिंग विशेषज्ञों की एक टीम के साथ मिलकर पूरा प्रकरण समझा सकें। उनका कहना है कि यदि यह राशि वसूल की जाती है, तो राज्य के खजाने को मजबूती मिलेगी और 'विकसित मध्य प्रदेश' का सपना साकार करने में मदद मिलेगी।


गुरुवार, 21 अगस्त 2025

ऑपरेशन शिकंजा जैसी मुहिमों की पोल: अवैध शराब का विरोध करने पर ग्रामीणों पर चढ़ाई बोलेरो – जिम्मेदारी तय करने से बचा तंत्र

कटनी। प्रदेश में अवैध शराब माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस मुख्यालय ने बड़े-बड़े अभियान चलाए, प्रेस विज्ञप्तियां जारी कीं, नशा मुक्ति अभियान का ढिंढोरा पीटा और वाहवाही लूटी। लेकिन हकीकत सामने आई स्लीमनाबाद की घटना में, जहाँ अवैध शराब का विरोध कर रहे ग्रामीणों को शराब ठेकेदार मंचू असाटी के कर्मचारियों ने शराब से भरी बोलेरो गाड़ी चढ़ाकर कुचल दिया। कई ग्रामीण गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे और क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया।

पुलिस ने घटना के बाद बोलेरो गाड़ी ज़ब्त कर मंचू असाटी व दो अन्य पर हत्या के प्रयास और आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस तरह की गंभीर घटना के बाद भी किसी अधिकारी या जिम्मेदार पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

क्या यह माफियाओं के बढ़ते हौसले और तंत्र की मूक सहमति का जीता-जागता सबूत नहीं है? ग्रामीण वर्षों से अवैध शराब का विरोध कर रहे थे, पर प्रशासन ने उनकी आवाज़ अनसुनी कर दी। जब उनकी जान पर बन आई तब जाकर खानापूर्ति की कार्रवाई की गई।

ऑपरेशन शिकंजा और नशामुक्ति अभियान की पोल अब खुलकर सामने है। धरातल पर हालात जस के तस हैं और माफिया खुलेआम सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं। सवाल यह है कि क्या प्रशासन तब ही चेतेगा जब किसी निर्दोष ग्रामीण की जान जाएगी? या फिर यह अभियान केवल कागज़ों और प्रेस नोटों तक ही सीमित रहकर ग्रामीणों की पीड़ा का मज़ाक उड़ाता रहेगा?

आखिर किसके इशारे पर शहर के अंदर अवैध खनन? रात के अंधेरे में चलता खेल, मूक बना प्रशासन

कटनी। शहर के बीचोंबीच अवैध खनन का खेल खुलेआम जारी है। बताया जा रहा है कि विशाल मेगा मार्ट के पीछे बड़े पैमाने पर मुरुम खनन किया जा रहा है। खास बात यह है कि पूरा खेल रात के अंधेरे में संचालित होता है, ताकि किसी की नज़र न पड़े।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि रोज़ रात डंपर और ट्रैक्टर भर-भरकर मुरुम निकाला जाता है और सुबह तक जगह को समतल कर दिया जाता है। इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग और प्रशासन इस पूरे मामले में अंजान बने हुए हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि शहर की सीमा में इस तरह का अवैध खनन न सिर्फ़ गैरकानूनी है, बल्कि यह आसपास के पर्यावरण और सुरक्षा के लिहाज से गंभीर खतरा बन सकता है। ज़मीन की खुदाई से भू-संरचना कमजोर होती है, जिससे हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि शहर के बीचोंबीच चल रही इस गतिविधि की खबर प्रशासन और खनिज विभाग तक क्यों नहीं पहुँच रही? क्या अधिकारी जानबूझकर आँखें मूँदे हुए हैं या फिर यह सब कुछ किसी के इशारे पर हो रहा है?

फिलहाल, अवैध खनन का यह मामला शहरवासियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन तत्काल कार्रवाई कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही करे, ताकि अवैध खनन के इस खेल पर रोक लग सके। 

स्लीमनाबाद में शराब ठेकेदार की दबंगई , ग्राम संसारपुर में कार से ग्रामीणों को कुचला, कई घायल – ठेकेदार मंचू असाटी पर गंभीर आरोप

कटनी। स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम संसारपुर में मंगलवार देर रात शराब ठेकेदार की दबंगई से हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि गाँव में लंबे समय से चल रही शराब की पैकारी का ग्रामीण विरोध कर रहे थे। इसी बीच ठेकेदार मंचू असाटी अपने साथियों के साथ मौके पर पहुँचा और हंगामा करने लगा।

ग्रामीणों का आरोप है कि विवाद के दौरान ठेकेदार ने कार चढ़ाकर कई ग्रामीणों को घायल कर दिया। अचानक मची भगदड़ में लोग जान बचाकर इधर-उधर भागे। घटना के समय जिस कार का उपयोग किया गया उसमें देसी शराब की पेटियाँ भी भरी हुई थीं, जिन्हें ग्रामीणों के अनुसार पैकारी के जरिए आसपास के गाँवों में बेचा जाता है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शराब की अवैध बिक्री को लेकर वे कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की नाक के नीचे खुलेआम पैकारी का धंधा फल-फूल रहा है और ठेकेदार की दबंगई लगातार बढ़ती जा रही है।

सूचना मिलते ही स्लीमनाबाद पुलिस मौके पर पहुँची और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच का हवाला दे रही है।

इधर, ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक शराब ठेकेदार मंचू असाटी और उसके गुर्गों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका विरोध आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।

ग्रामीणों की मांग है कि आरोपी ठेकेदार को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और गाँव-गाँव फैली पैकारी पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।

खबर का असर : आरोपी गिरफ्तार, लेकिन बेटियों की सुरक्षा और पुलिस की जवाबदेही पर अब भी सवाल बरकरार

कटनी। थाना कुठला क्षेत्र में नाबालिग आदिवासी बालिका से घर में घुसकर छेड़छाड़ के मामले में खबर का असर साफ नज़र आया है। पुलिस ने आरोपी अक्षय उर्फ कपिल (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 641/25 पर धारा 75, 331(2) बीएनएस, पाक्सो एक्ट 7/8 और एससी-एसटी एक्ट 3(2)(va) के तहत मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि क्या शुरुआती दौर में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कोई कार्रवाई होगी, या फिर उन्हें अभयदान मिल जाएगा? केवल आरोपी की गिरफ्तारी से न्याय व्यवस्था पूरी नहीं होती, जवाबदेही तय होना भी उतना ही ज़रूरी है।

आज हालत यह है कि बाहर मनचलों से जूझती बेटियां जब थानों में न्याय की उम्मीद लेकर जाती हैं तो अक्सर खुद को ठगा हुआ महसूस करती हैं। कठोर कानून होने के बावजूद अगर पुलिस की संवेदनशीलता पर प्रश्नचिह्न लगे तो यह व्यवस्था की बड़ी नाकामी है।

आखिर कब तक बेटियां असुरक्षा और उपेक्षा की इस दोहरी मार को झेलेंगी? क्या कटनी पुलिस इस प्रकरण को टर्निंग प्वाइंट बनाएगी और दोषी कर्मचारियों पर भी सख्त कदम उठाएगी, या फिर हालात जस के तस रहेंगे?

बुधवार, 20 अगस्त 2025

GRP भोपाल ने अर्चना तिवारी गुमशुदगी पर दिखाई तत्परता, लेकिन कटनी पुलिस नाबालिग आदिवासी पीड़िता के मामले में बनी असंवेदनशील! , POCSO और SC-ST एक्ट की अनदेखी, FIR की जगह NCR से शुरू हुआ खेल, आरोपी अब भी आज़ाद !

कटनी।
जिले की पुलिस कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। जहां भोपाल GRP ने कटनी निवासी अर्चना तिवारी की गुमशुदगी को गंभीरता से लेते हुए नेपाल बॉर्डर तक टीम भेजकर सकुशल बरामदगी कर ली, वहीं कटनी की कुठला पुलिस अपने ही जिले की 14 वर्षीय आदिवासी नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ जैसे संगीन मामले में असंवेदनशील और लापरवाह साबित हो रही है। पुलिस की लापरवाह कार्य प्रणाली से नाबालिग न्याय के लिए दर दर भटकने को मजबूर है। इस संबंध मे पीड़िता ने SP को शिकायत दिया है। अब देखना है कि पुलिस आगे क्या कदम उठाती है। 

NCR से शुरू हुआ खेल

आधी रात को थान पहुंची नाबालिग और उसकी मां ने जब आरोपी अक्षय कुमार  (उम्र 22 वर्ष, पिता – अनवर चक्रवर्ती) पर घर में घुसकर छेड़छाड़ का आरोप लगाया, तो पुलिस ने FIR दर्ज करने की जगह केवल NCR बना दी। जबकि मामला सीधा-सीधा POCSO एक्ट और SC-ST एक्ट के दायरे में आता था।


NCR बेअसर, आरोपी खुलेआम

काफी दबाव के बाद 13 अगस्त को NCR क्रमांक 0763/2025 दर्ज तो हुई, लेकिन पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाकर पूछताछ के बाद छोड़ दिया। नतीजा यह हुआ कि आरोपी और उसके परिजन अब पीड़ित परिवार को लगातार धमका रहे हैं।

डरी-सहमी नाबालिग छात्रा

छात्रा स्कूल जाना बंद कर चुकी है। बाहर निकलने के लिए भी उसे अपनी मां के साथ रहना पड़ रहा है। परिवार का कहना है कि न्याय की उम्मीद में वे थक चुके हैं, और अब वे उच्च अधिकारियों तक शिकायत ले जाने को मजबूर हैं।

कटनी पुलिस पर सवाल

जब GRP भोपाल अर्चना तिवारी मामले में तेज़ी दिखा सकती है, तो कुठला पुलिस नाबालिग आदिवासी बच्ची के केस में सुस्त क्यों?

आखिर किस दबाव में POCSO और SC-ST एक्ट नहीं जोड़े गए?

NCR दर्ज होने के बाद ही तय हो गया कि आरोपी जेल के बजाय सड़कों पर घूमता रहेगा। 

यह प्रकरण कटनी पुलिस की कार्यप्रणाली पर न केवल सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि गंभीर अपराधों में भी यहां कानून से ज्यादा रसूख व पुलिस की मनमानी हावी है।

मंगलवार, 19 अगस्त 2025

12 दिन बाद मिली राहत – नेपाल बॉर्डर से बरामद हुई कटनी की अर्चना तिवारी, भोपाल ला रही GRP पुलिस टीम

भोपाल। थाना जीआरपी रानी कमलापति पुलिस को गुमशुदगी के एक मामले में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गुमशुदा महिला अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल बॉर्डर के पास से सुरक्षित बरामद किया है।

जानकारी के अनुसार अर्चना तिवारी 12 दिन पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गई थीं, जिसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होते ही जीआरपी पुलिस ने जांच शुरू की और लगातार तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन तथा मुखबिर तंत्र के आधार पर टीम गठित की।

पुलिस की मेहनत रंग लाई और महिला को नेपाल बॉर्डर के निकट स्थित लखीमपुर खीरी से सुरक्षित बरामद किया गया। पुलिस टीम अर्चना तिवारी को लेकर भोपाल रवाना हो चुकी है।

पुलिस अधीक्षक रेल राहुल कुमार ने बताया कि अर्चना तिवारी को मामले में आवश्यक पूछताछ की जा रही है। वहीं, महिला के सकुशल मिलने से परिजनों ने राहत की सांस ली और पुलिस टीम के प्रति आभार जताया।

क्या बोले रेल पुलिस अधीक्षक भोपाल राहुल कुमार -



कटनी में अपराधों की बाढ़: पुलिस की नाकामी या लापरवाही? , ट्रांसपोर्ट व्यवसाई के घर से लगभग 50 लाख की चोरी , पुलिस जांच के जुटी।

कटनी। एक जिले में जब ईमानदार पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति होती है, तो जनता को सबसे बड़ी उम्मीद यही रहती है कि अब अपराधों पर अंकुश लगेगा, कानून-व्यवस्था मजबूत होगी और आम नागरिक सुरक्षित महसूस करेंगे। लेकिन कटनी की हकीकत इस उम्मीद से बिल्कुल उलट है। जिले में अपराधों की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही। हत्या, बलात्कार, चोरी, डकैती, लूट, अवैध शराब, गांजा, स्मैक और चाकूबाजी जैसी घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वे दिन-दहाड़े वारदात करने से भी नहीं हिचकते।

ताजा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां शहर के नामी ट्रांसपोर्ट व्यवसाई अनिल जैन के घर 50 लाख की चोरी को अंजाम दिया गया। परिवार सागर गया हुआ था, घर पर दो दिन से ताला लगा था। चोरों ने इस मौके का फायदा उठाकर नकद 5 लाख रुपये, 30 तोला सोना और 5 किलो चांदी के जेवर साफ कर दिए। सवाल यह है कि शहर के बीचोंबीच इतनी बड़ी वारदात हो गई और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।

हर वारदात के बाद पुलिस का वही पुराना बयान आता है—“जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे, जांच जारी है।” क्या सिर्फ इतना कह देना ही काफी है? आखिर पुलिस की भूमिका केवल औपचारिक बयान जारी करने तक सीमित हो गई है या फिर वाकई अपराधियों पर अंकुश लगाने की क्षमता खो चुकी है?

जिले में पिछले कुछ महीनों का ग्राफ देखें तो यह साफ हो जाता है कि पुलिस का खौफ अपराधियों के मन से खत्म हो चुका है। गली-कूचों से लेकर बड़े मोहल्लों तक असामाजिक तत्व सक्रिय हैं। न तो चौकसी नजर आती है और न ही सक्रिय गश्त। अवैध शराब, गांजा और स्मैक का धंधा खुलेआम चल रहा है। हत्या और बलात्कार की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। लेकिन पुलिस की “कार्रवाई” सिर्फ अखबारों के पन्नों और प्रेस नोट्स तक ही सीमित है।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर आम जनता कब तक असुरक्षा की खाई में धकेली जाती रहेगी? क्या नागरिकों को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठानी होगी? यदि यही हाल रहा तो लोग पुलिस पर भरोसा करना छोड़ देंगे और अपराधियों का मनोबल और बढ़ जाएगा।

आज कटनी में सबसे ज्यादा जरूरत है ठोस कार्रवाई की। पुलिस को दिखावे और बयानबाजी से बाहर निकलकर जमीनी स्तर पर सक्रियता दिखानी होगी। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी होगी। अन्यथा कटनी सचमुच अपराधियों का गढ़ बनकर रह जाएगा।

पुलिस मुख्यालय ने जारी किए 59 कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षकों के तबादला आदेश,

भोपाल। पुलिस मुख्यालय ने प्रदेश भर में 59 कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षकों (ए.एस.आई.) के तबादले किए हैं। इन तबादलों में कई महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं। जारी आदेश के अनुसार, मीना धुर्वे का तबादला कटनी से मैहर किया गया है, जबकि रामगोपाल दुबे को दमोह से कटनी भेजा गया है।

पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी सूची में अलग-अलग जिलों के कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक शामिल हैं, जिनका प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण किया गया है। इन तबादलों से पुलिस व्यवस्था में नई ऊर्जा आने और कार्यप्रणाली में सुधार होने की उम्मीद है।

यह तबादले नियमित प्रक्रिया का हिस्सा हैं, जो पुलिस बल की कार्यक्षमता और प्रशासनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किए जाते हैं।


मोटर साइकिल चोर माधवनगर पुलिस की गिरफ्त में

कटनी। थाना माधवनगर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मोटरसाइकिल चोरी की वारदात को चंद घंटों में ही सुलझा लिया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर चोरी की दो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं।

घटना 17 अगस्त की है, जब मोहम्मद मारून निवासी वेस्टलैंड लखेरा ने थाना माधवनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनकी मोटरसाइकिल (MP21 MG 1242, होंडा एचएफ डीलक्स) बाम्बे होटल कैंप के बाहर से चोरी हो गई है। शिकायत पर पुलिस ने तत्काल अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान मिन्टू उर्फ अश्वनी पांडे (32 वर्ष), निवासी ग्राम पहाड़ी निवार के रूप में की। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर उसके कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की। पूछताछ में आरोपी ने अपने साथी सोनू वंशकार (32) निवासी पहाड़ी माधवनगर और रज्जन चक्रवर्ती के साथ मिलकर एक और मोटरसाइकिल चोरी करना स्वीकार किया। यह मोटरसाइकिल काले रंग की एचएफ डीलक्स थी, जिस पर आरोपियों ने फर्जी नंबर प्लेट MP21 MC 3715 लगाकर चलाया। पुलिस ने इसे भी बरामद कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जिला जेल भेज दिया गया है।

कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मी
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी अभिषेक चौबे, उपनिरीक्षक दिनेश करौसिया, प्रधान आरक्षक आशीष श्रीवास, आरक्षक लोकेन्द्र सिंह और अभय यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


सोमवार, 18 अगस्त 2025

भाजयुमो जिलाध्यक्ष का कटनी पुलिस पर हमला, ढोंग रचने का लगाया आरोप, लगातार बढ़ रहे अपराधों पर मृदुल मिश्रा का फेसबुक पोस्ट, पुलिस पर उठाए सवाल

ब्रेकिंग न्यूज़ – कटनी 

👉 भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष का बड़ा बयान
👉 कटनी पुलिस पर ढोंग रचने का आरोप
👉 अपराध रोकथाम में नहीं हो रहे पुख्ता प्रयास – मृदुल मिश्रा
👉 लगातार बढ़ रही घटनाओं को लेकर फेसबुक पर की पोस्ट
👉 अपनी ही सरकार में भाजपा युवामोर्चा जिलाध्यक्ष का पुलिस पर आरोप, गंभीर सवाल खड़े


प्रतिभा सम्मान योजना प्रतियोगिता , कटनी के सक्षम कोष्टा ने राष्ट्रीय स्तर पर किया शहर का नाम रोशन

कटनी। कटनी जिले के लिए गर्व का क्षण तब आया जब वार्डस्ले इंग्लिश मीडियम स्कूल के कक्षा 10वीं के छात्र सक्षम कोष्टा ने ‘प्रतिभा सम्मान योजना’ के अंतर्गत आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया।

इस प्रतियोगिता में देश के आठ राज्यों से चुनिंदा 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। सक्षम ने भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता पर अपनी कल्पना और रंगों से एक अद्भुत पेंटिंग बनाई, जिसने निर्णायकों का मन मोह लिया। सक्षम ने सभी प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया।

सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय में विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जहां मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल और जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत ने सक्षम को गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। विधायक जायसवाल ने कहा कि सक्षम की यह उपलब्धि पूरे कटनी के लिए गौरव की बात है और जिले के अन्य बच्चों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।

अपनी सफलता पर सक्षम ने अपने माता-पिता और गुरुजनों का आभार जताया। उन्होंने कहा, “जब मैंने पेंटिंग शुरू की थी तब मेरे माता-पिता ने कभी यह नहीं कहा कि इसमें भविष्य नहीं है, पढ़ाई पर ध्यान दो। बल्कि उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। यही कारण है कि आज मैं यहां तक पहुंचा हूं।”

सक्षम की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार और स्कूल का मान बढ़ा है, बल्कि पूरे कटनी जिले को राष्ट्रीय पटल पर पहचान मिली है।

कलयुगी पुत्र से परेशान पिता ने SP को लिखा पत्र, बोला – बेटे के अपराधों के लिए परिवार को न ठहराया जाए जिम्मेदार

कटनी। समाज में बेटा हमेशा परिवार की उम्मीद और सहारे का प्रतीक माना जाता है, लेकिन जब वही संतान गलत संगत में पड़कर अपराध की राह पकड़ ले तो वही परिवार के लिए सबसे बड़ा अभिशाप बन जाती है। कटनी के रोशननगर बड़ी मस्जिद के पास रहने वाले 51 वर्षीय गुलशेर अहमद का मामला इसका ज्वलंत उदाहरण है।

गुलशेर अहमद ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर साफ कहा है कि उनका पुत्र बाबू उर्फ शेख कासिम (19) घर-परिवार की बात नहीं मानता, हमेशा घर से बाहर रहता है और गलत लड़कों की संगत में पड़कर झगड़े-विवाद करता है। कभी-कभी वह घर में भी विवाद कर परिवार को परेशान करता है। पिता ने बताया कि नाबालिग अवस्था से ही उसे समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उसकी आदतें सुधरने के बजाय और बिगड़ती गईं।
गुलशेर का कहना है कि वह मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उनके दो बेटियां भी हैं—एक 21 वर्ष की और दूसरी 17 वर्ष की—जिनकी शादी की चिंता उन्हें है। लेकिन बेटे की हरकतों से समाज में बदनामी और भय का माहौल बना रहता है।

पत्र में गुलशेर ने स्पष्ट किया है कि वे अपने पुत्र बाबू उर्फ शेख कासिम को परिवार से बेदखल करते हैं। यदि वह आगे किसी विवाद, अपराध या गैरकानूनी गतिविधि में शामिल पाया जाता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी केवल उसी की होगी। उन्होंने गुहार लगाई है कि बेटे की हरकतों के लिए उन्हें और उनके परिवार को किसी भी प्रकार से परेशान न किया जाए।

यह मामला सिर्फ एक परिवार की परेशानी नहीं, बल्कि समाज की सोच पर भी सवाल खड़ा करता है। अक्सर अपराधी संतान की वजह से पूरा परिवार अपमान और आरोप झेलता है, जबकि वास्तविक जिम्मेदारी अपराध करने वाले व्यक्ति की होती है। गुलशेर का कदम एक सामाजिक संदेश है कि अपराधी को उसके परिवार से अलग देखा जाए और उसके अपराध की सजा उसी को दी जाए, परिवार को नहीं।

कटनी में मानव तस्करी का पर्दाफाश , बेटियों की खरीद-फरोख्त का काला खेल, सहेली की मां ने किशोरी को 1.20 लाख में बेचा

कटनी। शहर में मानव तस्करी करने वाले गिरोह की सक्रियता ने बेटियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रंगनाथ नगर थाना पुलिस ने 15 वर्षीय किशोरी की मानव तस्करी और जबरन विवाह का सनसनीखेज मामला उजागर किया है। पुलिस ने इस कांड की सरगना महिला को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपनी ही बेटी की सहेली को हरियाणा में 1 लाख 20 हजार रुपए में बेचकर जबरन शादी करवा दी।

ऐसे हुआ खुलासा

रंगनाथ नगर थाना क्षेत्र की एक किशोरी 15 दिन से लापता थी। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। जांच के बाद पता चला कि किशोरी अक्सर अपनी सहेली के घर जाया करती थी। शक की बुनियाद पर पुलिस ने सहेली की मां सपना गुर्जर (35), निवासी बंधवा टोला को हिरासत में लिया। पहले वह पुलिस को गुमराह करती रही, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि किशोरी को हरियाणा के एक युवक को बेच दिया है।

हरियाणा से बरामद हुई किशोरी

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हरियाणा के हूडल जिला पलवल में छापा मारा। वहां किशोरी 25 वर्षीय रॉबी जाट के कब्जे में मिली। रॉबी ने पूछताछ में कबूला कि उसने सपना गुर्जर और कथित “मामा” को 1.20 लाख रुपए देकर किशोरी से विवाह किया था। किशोरी पिछले 8 दिनों से भागने की कोशिश कर रही थी। पुलिस ने किशोरी को मुक्त कराया और आरोपी रॉबी को गिरफ्तार कर कटनी लाया गया।

गिरोह की सक्रियता

पुलिस जांच में सामने आया है कि सपना गुर्जर नाबालिग लड़कियों को बेचकर जबरन शादी कराने का धंधा कर रही थी। इस नेटवर्क में झांसी और हरियाणा के दो अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आई है। पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है।

सुरक्षा पर सवाल

इस पूरे मामले ने एक बार फिर बेटियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जिस शहर में किशोरियों को उनकी ही सहेली की मां बेच दे, वहां सुरक्षा को लेकर चिंता और गहरी हो जाती है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।

शनिवार, 16 अगस्त 2025

देश भर में धूम धाम से मनाया जा रहा संस्कृति, आस्था और समाज को जोड़ने का पर्व कृष्ण जन्माष्टमी - अमित तिवारी

कटनी/मध्यप्रदेश :- देशभर में आज भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। मंदिरों में झांकियां सजाई जा रही हैं, रासलीलाओं का मंचन हो रहा है, जगह-जगह "दही-हांडी" की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं और श्रद्धालु उपवास व भजन-कीर्तन के माध्यम से इस पावन अवसर का उत्सव मना रहे हैं। भारत की विविधता और संस्कृति का यह ऐसा पर्व है, जो केवल धार्मिक आस्था का ही नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और उत्साह का प्रतीक भी है।

प्रदेश सरकार ने भी इस वर्ष पूरे प्रदेश में कृष्ण जन्माष्टमी को भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया है। इससे एक ओर जहां परंपराओं को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर नवपीढ़ी को हमारी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। सरकारी स्तर पर ऐसे आयोजनों से यह संदेश भी जाता है कि धर्म और संस्कृति समाज को जोड़ने का काम करते हैं, तोड़ने का नहीं।

कृष्ण जन्माष्टमी का संदेश केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और नीति से कार्य करना चाहिए। गीता का उपदेश आज भी हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने और निस्वार्थ भाव से काम करने की प्रेरणा देता है। यही कारण है कि कृष्ण केवल धार्मिक व्यक्तित्व ही नहीं बल्कि दार्शनिक और आदर्श नायक के रूप में भी पूजे जाते हैं।

यह भी सच है कि पर्व केवल मंदिरों और आयोजनों तक सीमित नहीं होने चाहिए। यदि हम वास्तव में कृष्ण जन्माष्टमी मनाना चाहते हैं तो हमें उनके जीवन से मिली शिक्षाओं को व्यवहार में उतारना होगा। चाहे वह अन्याय के खिलाफ खड़े होने की बात हो, मित्रता और प्रेम को निभाने की सीख हो या समाज में समानता और न्याय स्थापित करने का संकल्प – हर स्तर पर हमें कृष्ण के विचारों को आत्मसात करना चाहिए।

आज जब समाज में विभाजन, असहिष्णुता और स्वार्थ की प्रवृत्ति बढ़ रही है, तब कृष्ण जन्माष्टमी जैसे पर्व हमें याद दिलाते हैं कि जीवन का वास्तविक आनंद केवल भक्ति, सद्भाव और प्रेम में है। सरकार और समाज दोनों को इस अवसर का उपयोग केवल उत्सव तक सीमित न रखकर इसे सामाजिक सुधार और जनजागरूकता के मंच के रूप में भी करना चाहिए।

निस्संदेह, कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हमारे जीवन में प्रकाश, ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करता है। यह दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम श्रीकृष्ण की वाणी को केवल शास्त्रों तक सीमित न रखें, बल्कि उसे अपने आचरण और कर्मों में भी उतारें। यही इस पर्व की सच्ची महिमा होगी।

कटनी: पुलिस की मुस्तैदी से महिला को वापस मिले लाखों के गहने, चेहरे पर लौटी मुस्कान

कटनी, 15 अगस्त, 2025: कटनी बस स्टैंड पुलिस चौकी ने अपनी त्वरित कार्रवाई से एक महिला के लाखों रुपये के सोने-चांदी के गहनों से भरा बैग ढूंढकर उसे वापस लौटा दिया, जिससे महिला के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई।

आज दोपहर की घटना है, जब जटवारा, थाना विजयराघवगढ़, जिला कटनी की निवासी सीमा सेन (24) अपने भाई रोहित सेन के साथ बस स्टैंड पुलिस चौकी पहुंचीं। सीमा ने बताया कि वे अनूपपुर से ट्रेन से कटनी रेलवे स्टेशन आईं थीं और वहां से बस स्टैंड आने के लिए उन्होंने एक लाल रंग के ई-रिक्शा का सहारा लिया। उन्होंने अपना बैग ई-रिक्शा की पिछली सीट पर रखा था। बस स्टैंड पर उतरने और किराया देने के बाद, ई-रिक्शा चालक चला गया और सीमा को थोड़ी देर बाद एहसास हुआ कि उनका कीमती बैग रिक्शा में ही छूट गया है। बैग में सोने का मंगलसूत्र, कान के झालर और कमरबंद जैसे आभूषण थे।

मामले की गंभीरता को समझते हुए,बस स्टैंड चौकी प्रभारी उप निरीक्षक योगेश मिश्रा ने बिना समय गंवाए एक टीम का गठन किया।

पुलिस टीम ने तुरंत सीसीटीवी कैमरों की मदद से लाल रंग के ई-रिक्शा की तलाश शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद, ई-रिक्शा चांडक चौक पर मिल गया। रिक्शा की पिछली सीट के नीचे ही सीमा का छूटा हुआ बैग बरामद हुआ। पुलिस चौकी बस स्टैंड लाकर, सीमा सेन के सामने ही बैग खोला गया।

बैग में निम्नलिखित कीमती आभूषण मौजूद थे, जिनकी कुल कीमत लगभग 03 लाख रुपये आंकी गई है:

 * एक सोने का मंगलसूत्र (1.5 तोला)

 * एक जोड़ा सोने के कान के झालर (0.5 तोला)

 * एक सोने की अंगूठी (लगभग 03 ग्राम)

 * चांदी का कमरबंद (लगभग 500 ग्राम)

 * चांदी की 04 नग ठेलिया (बिछिया) (5 ग्राम)

 * एक चांदी की अंगूठी (03 ग्राम)

यह सारा सामान सीमा सेन को सकुशल वापस सौंप दिया गया, जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई।

इस सराहनीय कार्य में उप निरीक्षक योगेश मिश्रा, प्रधान आरक्षक 443 नीरज पाण्डेय, प्रधान आरक्षक 538 मनोज पटेल और आरक्षक 539 सत्येन्द्र पटेल की विशेष भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने एक बार फिर जनता का विश्वास जीता है।


शादी का झांसा देकर नाबालिग को भगाने वाला आरोपी महाराष्ट्र से गिरफ्तार ताला पुलिस की बड़ी सफलता, पॉक्सो एक्ट में हुई कार्रवाई

मैहर।
नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर घर से भगाने और दुष्कर्म करने वाले आरोपी शुभम केवट को महाराष्ट्र के पिपरी चिंचवड़ (पुणे) से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। आरोपी को अदालत में पेश कर उपजेल मैहर भेज दिया गया है।

पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. चंचल नागर और एसडीओपी ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना ताला प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने यह कार्रवाई की।

घटना का विवरण
थाना ताला क्षेत्र निवासी एक फरियादी ने 4 मई 2025 को अपनी नाबालिग पुत्री के घर से गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर थाना ताला में अपराध क्रमांक 83/25 धारा 137(2) भा.न्या.सं. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई।

जांच के दौरान 14 अगस्त को पुलिस ने नाबालिग को पिपरी चिंचवड़ (पुणे) से दस्तयाब किया। पूछताछ में पीड़िता ने बताया कि आरोपी शुभम्उ केवट बहला-फुसलाकर राजकोट (गुजरात) ले गया और वहां शारीरिक शोषण किया। पीड़िता के नाबालिग होने की पुष्टि के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान बगहा थाना सिविल लाइन जिला सतना निवासी 19 वर्षीय युवक के रूप में हुई।

मामले में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने धारा 87, 64(2)(m), 65(1) भा.न्या.सं. एवं 5L/6 पॉक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में उपजेल मैहर भेजा गया।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र कुमार मिश्रा, सउनि सुरेन्द्र पाण्डेय, सउनि समयलाल ठकुरिया, प्र.आर. इच्छालाल तिवारी, प्र.आर. संजय कुमार तिवारी, आर. संतोष द्विवेदी, आर. जितेन्द्र दुबे, आर. वीरेन्द्र नागर, आर. दीपक उईके, आर. अजय पाण्डेय (पुलिस लाइन मैहर), म.आर. रानू त्रिपाठी (पुलिस लाइन मैहर), आर. संदीप सिंह परिहार (सायबर सेल मैहर) एवं आर. सुशील द्विवेदी (सायबर सेल मैहर) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में 9 साल से फरार स्थायी वारंटी गिरफ्तार

मैहर।
थाना ताला क्षेत्र के नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में करीब 9 वर्ष से फरार चल रहे स्थायी वारंटी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल नागर और एसडीओपी ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने यह सफलता हासिल की।

मामला वर्ष 2016 का है, जब थाना ताला में अपराध क्रमांक 94/16 दर्ज किया गया था। आरोपी दीपेन्द्र सिंह पिता मथुरा सिंह (38 वर्ष), निवासी ग्राम जमुना टोला थाना ताला जिला मैहर पर धारा 354(क)(2), 506 भादवि एवं पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज हुआ था। आरोपी जमानत मिलने के बाद न्यायालय में हाजिर नहीं हुआ और करीब नौ वर्षों से फरार चल रहा था। इस पर न्यायालय अमरपाटन द्वारा स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।

थाना ताला पुलिस ने लगातार आरोपी की तलाश जारी रखी। सायबर सेल के सहयोग से आरोपी की लोकेशन का पता लगाकर पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश करने के बाद उपजेल मैहर भेज दिया।

गिरफ्तारी अभियान में निरीक्षक महेन्द्र कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक नागेश्वर प्रसाद मिश्रा, प्रधान आरक्षक राकेश मिश्रा, आरक्षक आशीष मिश्रा, आरक्षक दीपक उइके सहित सायबर सेल मैहर एवं रीवा की टीम की सराहनीय भूमिका रही।

पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय क्षेत्र में संदेश गया है कि फरार आरोपी कितने भी समय बाद क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकते।