देशव्यापी हड़ताल के क्रम में नई बस्ती स्तिथ एलआईसी की शाखा क्रमांक- 02 में बुधवार को एलआईसी के ऐजेंट पहुंचे तो जरूर लेकिन वे बिना कार्य किये ही लौट गए। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की।
एलआईसी ऐजेंटस की यूनियन लियाफी के अध्यक्ष रानू सिंह ने बताया कि कोरोना काल मे देश भर में एलआईसी के तीन हज़ार एजेंट काल के गाल में समा गए है, उनके आश्रित आज भूखो मरने की कगार पर है। उन्हें एलआईसी द्वारा किसी भी प्रकार की कोई सहायता नही दी जा रही है। जिसकी वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लियाफी ने अपनी मांगे मनवाने के लिए एक पखवाड़े का विश्राम दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
एलआईसी के ऐजेंटस द्वारा की जा रही हड़ताल के मुख्य माँगो में कोरोना की चपेट में आकर जान गवाने वाले एजेंट के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता, पीएफ, पेंशन, क्लब मेम्बरशिप में राहत, बीमा धारकों का लेट फ़ाईन माफ, मैच्योरिटी बोनस रेट बढ़ाने आदि शामिल है।
पिछले कुछ दिनों से जारी देशव्यापी हड़ताल को लेकर एलआईसी प्रबन्धन गंभीर नही है। इसलिए आजतक एजेंट माँगो पर अब तक कोई सुनवाई नही कर रहा। एजेंट्स की इस हड़ताल से एलआईसी को रोजाना कोरोड़ो रुपये का नुकसान हो रहा है, प्रबन्धन अपनी जिद्द पर अड़ा है, तो एजेंट्स अपनी मांगों पर अब देखना यह है कि इस लड़ाई में जीत किसकी होती है।
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