कटनी-:वेक्सीनेशन महा-अभियान ने जहां लोगों में टीकाकरण को व्याप्त भ्रांतियां दूर की हैं। वहीं जनजागरुकता की एैसी लहर शुरु की है जिसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिलेंगे। प्रचार-प्रसार और जागरुकता की लहर के सार्थक परिणाम सोमवार 21 जून को भी देखने को मिले। कोरोना टीकाकरण कराने के लिये 78 वर्षीय दादी अपनी नेत्रों से दिव्यांग पोती को लेकर टीकाकरण केन्द्र पहुंची और उल्लास व उत्साह के साथ दादी और पोती दोनों ने टीका लगवाया।
यह वाक्या है कोविड-19 टीकाकरण केन्द्र जुहला का। जहां वेक्सीनेशन महा-अभियान के तहत सोमवार को टीकाकरण किया जा रहा था। इस दौरान जुहला ग्राम निवासी 78 वर्षीय श्यामकली टीकाकरण केन्द्र पहुंचीं। उनके साथ नेत्रों से दिव्यांग उनकी पोती मीना भी साथ में थी। सबसे पहले दादी ने अपनी पोती मीना को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये प्रभावी कोविड टीके का पहला डोज लगवाया। वहीं उसके बाद खुद भी अपना टीकाकरण कराया।
दादी श्यामकली ने बताया कि जब मुझे पता चला कि 21 जून को हमारे गांव में ही कोरोना का टीका लगने वाला है। तो हमने पहले ही मन ठान लिया कि इस बार कोरोना का टीका लगवाना है। इतना ही नहीं हमने अपनी पोती को भी टीका लगवाने की ठानी और आज हम दोनों ने टीका लगवा लिया है। पहले लोग टीके के नाम से डराते थे। अब खुद टीका लगवाने के बाद हमें बहुत अच्छा लग रहा है। अब हम अपने पड़ोसियों को भी टीका लगवाने के लिये प्रेरित करेंगे।
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