कटनी। आदर्श अचार सहिंता लगने के बाद कटनी जिले के पुलिस कप्तान ने जिले की सरहद को सील कर चुनाव आयोग के निर्देशों की सख्ती से पालन का सख्त निर्देश जारी कर दिया, लेकिन उन्हीं के नाक के नीचे उन्हीं के मातहत कर्मचारी खुल्लेआम आयोग के आदेश और निर्देश की धज्जियां उड़ाते रहे लेकिन पुलिस कप्तान को इस बात की भनक तक ना लगी। सबसे हैरान करने वाली बात तो ये कि जहां ये तमाम गतिविधियां अंजाम दी जा रही थीं वहां पुलिस के एक से बढ कर एक दिग्गज मौजूद हैं लेकिन अभी तक किसी ने चूँ तक नही किया है।
मामला एन के जे थाने से जुड़ा है जहां के वरिष्ठ हवलदार गणेश दत्त मिश्रा एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगते नजर आए। खास बात ये कि उनके इस कारनामें पर एक ने टिप्पणी भी की लेकिन उसका भी कोई असर नजर नही आया। जाहिर तौर पर इतनी हिमाकत वही कर सकता है जिसे किसी ना किसी बड़े रसूखदार का बरदहस्त प्राप्त हो। ऐसे तो कहते हैं कि पुलिस में सिर्फ़ दो हीं लोगों का वरदान फ़लीभूत होता है जिसमें कहा जाता है कि नीचे कप्तान और ऊपर भगवान। लेकिन अब इस पर सवाल यह उठता है कि गणेश दत्त मिश्रा जी ऐसा कौना सा तीसरा अभीष्ट हासिल है जिसके बूते बिना भय खौफ़ के सरकारी नौकरी करते हुए प्रचार प्रसार के काम में जुट गए। मामला वोटिंग के एक दिन पहले यानि 16 नवम्बर का है और आज 22 नवम्बर है यानि तकरीबन एक सप्ताह बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नही होना कई तरह के सवाल खड़ी करती है जिसकी नोक सीधे जिले के पुलिस कप्तान की ओर जारी है।
खैर आप देखिए वॉट्स एप्प ग्रुप के स्क्रीन शॉट्स को और तय कीजिए कि ये क्या हो रहा है?

By Mishra